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क्या बवासीर में लौकी खा सकते हैं?।बवासीर में आलू खाना चाहिए या नहीं?

बवासीर में लौकी खाने का फायदा क्या है बवासीर में लौकी खाने का फायदा भी है और इसे औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है 

वह बात अलग बात है कि इससे बवासीर पूरी तरह से ठीक नहीं  हो सकता  लेकिन  यह बात जरूर हैं 

 कि बवासीर रोग में लौकी का सेवन किया जा सकता है इसलिए अगर आपके मन में लौकी को लेकर कोई भी शंका है तो आप बेफिक्र होकर लौकी का सेवन कर सकते है 

बवासीर में लौकी खाना चाहिए या नहीं 

बवासीर में लौकी खाना चाहिए और इस का जूस पीना चाहिए इस के जूस का फायदा है 

क्योंकि इसके जूस  में आपको विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व विटामिन खनिज लवण जरूर मिल जाते हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं 

और  लौकी खा सकते हैं इसका कारण लौकी में पाए जाने वाला फाइबर लौकी में उच्च मात्रा में फाइबर पाए जाता हैं जो कब्ज को रोकने में सहायक होता हैं  पेट की सफाई भी करता है 

और जिससे  पेट में कब्ज नहीं रहती और देखा जाए तो बवासीर  के ठीक ना होने में,  कब्ज ही सबसे बड़ी बाधक होती है

लौकी को बवासीर में  इस तरह  इस्तेमाल करें

इसके लिए आप लौकी के छिलके को ले सकते हो लौकी के छिलके धूप में अच्छी तरह छुपा लेंगे 

और सुखाने के बाद इनका पाउडर करना इस पाउडर को आप रोज सुबह पानी के साथ दिन में दो से तीन बार ले

 इससे आपकी बवासीर को ठीक करने में बहुत ज्यादा मदद मिलती है हम यह तो नहीं कह सकते बवासीर रोग इससे पूरी तरह ठीक हो जाएगा

 लेकिन इससे बवासीर रोग  में आपको फायदा जरूर होगा 

इसलिए आप बवासीर रोग में लौकी के छिलकों का सेवन कर सकते

बवासीर में लौकी खाने के फायदे

लौकी के छिलके इस्तेमाल करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप लौकी  के छिलकों को बवासीर के रोग में यूज़ करना चाहते हैं 

तो इसके लिए आपको चाहिए कि लौकी  साफ-सुथरी जगह से खरीदी गई हो 

या लाई गई हो ऐसा ना हो  की लौकी के छिलके बाहर से बहुत खराब हो  या उन पर बहुत 

ज्यादा पेस्टिसाइड का यूज़ किया गया हो क्योंकि ज्यादा पेस्टिसाइड भी शरीर को नुकसान दे जाता है 

और जब आप लोगों के छिलकों को धूप में सुखाएं तो इस बात का भी ध्यान रखें 

उन पर घरेलू मक्खी कम से कम बैठे क्योंकि अगर घर आल  मक्खी  लौकी के छिलके पर बैठेगी 

तो उससे फिर शरीर को नुकसान भी हो सकता है क्योंकि घरेलू मक्खी बहुत सी बीमारी का कारण होती है जो हैजा और टाइफाइड जैसी बीमारी फैला सकती है 

इसलिए लौकी  को एक अच्छी और सुरक्षित जगह पर ही रखें और कीट पतंगों मक्खी वगैरह से बचा कर सुखाएं 

बवासीर में आलू खाना चाहिए या नहीं 

बवासीर की समस्या खान-पान की आदतों के कारण बार-बार बढ़ या घट सकती है।

आमतौर पर, बवासीर से पीड़ित लोग अपने आहार में आलू को मामूली मात्रा में शामिल कर सकते हैं, क्योंकि आलू में फाइबर होता है 

जो पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है। लेकिन यह बवासीर को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता। 

बवासीर के लिए फाइबर युक्त आहार महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मल त्यागते समय अतिरिक्त दबाव को कम करने में मदद करता है।

हालाँकि, जैसा कि पहले कहा गया है, बवासीर एक व्यक्तिगत मामला है और प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग हो सकता है। 

इसलिए, आपको किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए


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