नीम से सोरायसिस का इलाज,आयुर्वेदिक barphani cream uses in hindi

 नीम से सोरायसिस का इलाज व पतंजलि सोरायसिस की आयुर्वेदिक दवा क्रीम। नीम का पेड चर्म रोग की आयुवेदिक दवा है। नीम जिसको बहुत ही कारगर और एक चमत्कारी औषधि  माना जाता है नीम का पेड़ भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। यह एक तेजी से बढ़ने वाला, दीर्घ जीवनकाल वाला पेड़ है जो 16-21 मीटर तक ऊंचा हो सकता है। नीम के पत्ते हरे व पतले होते हैं और इसके फूल सफेद होते हैं। नीम के फल गोलाकार होते हैं। नीम के फल के बीज नीम के तेल का उत्पादन करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। नीम के तेल के अलावा, नीम के पत्ते, फल और छाले का उपयोग भी विभिन्न चिकित्सा उपचारों में किया जाता है। इसके अलावा, नीम के पत्ते और फल को कीटनाशक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।



यह लगभग सभी प्रकार के चर्म रोगों में काम आता है चाहे आपको दाद खाज खुजली हो एग्जिमा हो सोरायसिस एलर्जी हो आपको किसी भी तरह की और भी स्किन से संबंधित है आपकी हर तरह की परेशानियों में नीम का प्रयोग किया जाता है नीम की सबसे बड़ी खासियत, यह बहुत ही आसानी से उपलब्ध है भारत जैसे देश में आपको नीम बड़ी आसानी से मिल जाते है कुछ लोग तो इसके पत्तों को ऐसे ही चबाते हैं और कुछ इसका जूस बनाकर भी पीते हैं आप इसका जूस बना कर पीजिए और चाहे इसके पत्ते खाएं दोनों के अपने-अपने फायदे हैं कुछ लोग सुबह-सबह दातुन में प्रयोग करते हैं दातों में प्रयोग करने से इसका फायदा हो जाता है कि इसे अलग से नहीं खाना पड़ता  और इसकी बहुत थोड़ी मात्रा हमारे पेट में चली जाती है जिससे पेट के हानिकारक कीड़े भी नष्ट हो जाते हैं और एलर्जी उत्पन्न करने वाले हानिकारक बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं मगर कुछ जगह पर नीम इतनी आसानी से नहीं मिलता और जो लोग शहरों में रहते हैं उन्हें नीम का पेड़ आसानी नहीं मिलता है। 

नीम से सोरायसिस का इलाज केसै करें


नीम से सोरायसिस का इलाज कैसे करें अगर आप सोरायसिस की समस्या से ग्रसित तो आप नीम को आजमा सकते हैं आज आधुनिक युग में कुछ लोगों को आयुर्वेदिक औषधि से इलाज कराना अच्छा नहीं लगता या फिर वह उसमें विश्वास नहीं करते हैं ऐसा कुछ हद तक सही हो भी सकता है  जिन लोगों को आयुर्वेदिक औषधियों से या किसी बीमारी में अच्छे परिणाम मिलते हैं तो वह लोग उन पर भरोसा करते हैं

 लेकिन आधुनिकता की भागदौड़ में बहुत सी आधुनिक दवाएं विकसित की जा चुकी हैं  आज एक से एक बढ़िया दवाई अंग्रेजी, होम्योपैथिक की उपलब्ध है लेकिन यह बात भी सही है कि आयुर्वेदिक दवाएं भी आज तेजी से उभर कर सामने आ रही है और रोगों पर बहुत ही अच्छा प्रभाव डालती हैं बहुत से लोगों को आयुर्वेदिक दवा के द्वारा ही ठीक किया जा रहा है जिन्हें बहुत सी ऐसी जड़ी बूटीयों से बनाया जाता है  बीमारियां पहले भी ऐसे ही मौजूद थी और आज भी ऐसे ही मौजूद है, बस समय बदल गया लेकिन त्वचा रोग आज भी व्यक्ति को परेशान करते रहते हैं नीम  जिससे त्वचा रोगों में एक अच्छा लाभ मिलता है और  इसका बहुत उपयोग होता है सोरायसिस रोग शरीर में रक्त की खराबी के कारण उत्पन्न होता है लेकिन यही इसका एक मुख्य कारण नहीं है और नीम से अगर इसका इलाज किया जाए तो नीम इसमें काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है लेकिन यह जरूरी नहीं कि सोरायसिस ठीक हो जाए

सोरायसिस रोग होने के बहुत सारे फैक्ट होते हैं और उन सभी को समझना और जानना एक बहुत ही मुश्किल काम होता है क्योंकि कोई भी नहीं जानता कि आखिर सोरायसिस का मुख्य कारण क्या है और किस के कारण यह रोग होता हैं लेकिन सोरायसिस रोग जब किसी को होता है तो उसे ऐसी चीजें खाने, पहनने, से रोका जाता है जो सोरायसिस  ट्रिगर कर सकते हैं अर्थात उसे बढ़ावा  देते है ऐसी चीजों को रोका जाता है और कुछ दवाइयां और खान-पान पर ध्यान करके इस रोग को ठीक किया जा सकता है लेकिन इसका मुख्य  कारण क्या है कोई नहीं जानता सिर्फ इतना ही जानते हैं की प्रतिरोधक क्षमता में कमी .या अधिकता के कारण यह रोग होता है लेकिन हमें तो यह जानना है कि नीम से सोरायसिस का इलाज कैसे करते हैं तो चलिए इस बारे में थोड़ा जान लेते हैं 

सोरायसिस में नीम के पत्ते खाने से फायदा नुकसान

 सोरायसिस का इलाज करने के लिए दो तरीके हैं पहला तरीका  आप नीम का सेवन एक या 2 हफ्ते तक करें जिसमें आपको नीम कुछ पत्तियां लेकर उन्हें  पीसकर उनका रस सुबह प्रतिदिन रोजाना पीना होगा  इससे आपके रक्त के सभी विकार नष्ट हो जाएंगे और चर्म रोग ठीक होने की आसार बढ़ जाएंगे  

नीम से सोरायसिस का इलाज
दूसरा तरीका यह है कि आप नीम की कुछ पत्तियां लीजिए और उनका पेस्ट बना लीजिए अब  उस पेस्ट को सोरायसिस पर रोजाना लगाएं और 1 से 2 सप्ताह तक इसे रोजाना करते रहें या फिर अगर आपको नीम की ताजी पत्तियां  ना मिले तो आप नीम तेल लीजिए और उस से सोरायसिस पर 1 से 2 हफ्ते तक रोजाना मालिश करें इससे सोरायसिस ठीक हो सकता है लेकिन यह जरूरी नहीं कि सोरायसिस ठीक हो यहां सिर्फ नीम से उपचार के बारे में बात की गई है यहां पर इसके ठीक होने की सौ परसेंट गारंटी नहीं दी जा सकती

 इसके अलावा पतंजलि की दवा भी आजमा सकते हैं

Barphani cream uses in hindi

Barphani cream uses in hindi

अगर इससे आपका सोरायसिस ठीक नहीं होता है तो आप और कोई दवाई का इस्तेमाल करें आप आयुर्वेदिक क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। Barphani cream इस क्रीम को आयुर्वेदिक औषधि से तैयार किया गया है, जैसे हल्दी,अरंडी का तेल आदि का   इस्तेमाल किया गया है यह क्रीम आपकी त्वचा को कोमल और नमीयुक्त  बनाती है, इसे आपको ज्यादा से ज्यादा दिन में एक से दो बार लगानी है। आपका सोरायसिस रोग धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा

अगर इस क्रीम के दुष्प्रभाव के बात करें तो इस क्रीम के कोई भी दुष्प्रभाव नहीं देखने को मिलेंगे क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार के स्टेरॉइड का प्रयोग नहीं किया गया है और इसमें आयुर्वेदिक औषधियों का ही प्रयोग किया गया है आप अधिक जानकारी के लिए अमेजॉन पर चेक कर सकते है  अधिक जानकारी

नीम के अन्य फायदे

नीम के फायदे एक्जिमा में

एग्जिमा जिसका अभी तक कोई भी ना तो कोई कारण पता है और ना ही इसका इलाज  फिर भी इसका इलाज किया जाता है कुछ दवाइयों के द्वारा और कुछ तेल के द्वारा इसमें नीम का तेल फायदेमंद होता है नीम के तेल पर लगाना चाहिए और हिमालय टेलकट और पतंजलि कायाकल्प वटी का सेवन करने से एग्जिमा रोग ठीक हो जाता है

एलर्जी में नीम के फायदे

एलर्जी जिसका कारण कुछ भी हो सकता है एलर्जी वैसे तो अपने आप में बहुत से कारणों से होती है जैसे कि किसी को धूल से एलर्जी किसी को मीठे से एलर्जी किसी को हवा से एलर्जी तो किसी को पानी से एलर्जी किसी को खाने से एलर्जी किसी को नमक से एलर्जी का तो अपना एक हिसाब है जिससे एलर्जी किसी वस्तु या ताप से होती है लेकिन कुछ एलर्जी स्किन से जुड़ी हुई होती है जो बार-बार त्वचा में जलन इस  इस तरह की समस्याएं हो जाती हैं ऐसे में नीम की पत्तियों से नहाना अच्छा रहता है और नीम की गोली भी समय-समय पर खाते रहना चाहिए अगर व्यक्ति को स्किन से जुड़ी एलर्जी होती रहती है

 नीम के तेल से दाद का इलाज

दाद की समस्या होने पर नीम का प्रयोग किया जाता है दाद पर  नीम को कई तरीके से प्रयोग किया जाता है कुछ लोग नीम की पत्तियों को पीसकर उसमें थोड़ी दही मिलाकर इस पेस्ट को दाद वाली जगह पर लगाते हैं और इसे कुछ दिन करने पर दाद की समस्या ठीक हो जाती हैं और कुछ लोग नीम के तेल को ही दाद पर लगाते हैं इससे दाद जड़ से ठीक हो जाता है अगर नीम का तेल बढ़िया और गुणवत्ता  वाला तेल है तो

 खाज को दूर करने में नीम के फायदे

अगर शरीर पर किसी व्यक्ति को खाज की समस्या रहती है और वह बहुत ही सुखी खुजली की तरह महसूस होती है खुजलाने पर और बढ़ जाती है तो इस तरह के केस में आप नीम की पत्तियों से कुछ दिन स्नान जरूर करें कर सकते हैं जिससे आपकी खाज की समस्या ठीक हो जाती हैं

खुुजली में नीम के फायदे

 शरीर में अगर खुजली की समस्या रहती है और बाहरी रूप से  कुछ भी नहीं दिखाई देता तो कुछ दिन नीम की पत्तियों का खाली पेट सेवन करना चाहिए अर्थात इसके कुछ पत्तों को दिल्ली सुबह में खाली पेट खाना चाहिए ऐसा करने पर आपकी खुजली की समस्या मैं कुछ  आराम होगा लेकिन अगर फिर भी खुजली ठीक नहीं होती है तो फिर आप दूसरा इलाज करना चाहिए

चलिए अब आपको हम नीम के कुछ और बेहतरीन फायदे के बारे में बताते हैं

सुबह खाली पेट नीम के पत्ते खाने के फायदे

सुबह खाली पेट नीम के पत्ते अगर खाए जाएं तो इससे पेट में हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया के नष्ट होने से आपके शरीर में सभी प्रकार के चर्म रोग भी नष्ट हो जाते हैं और आपके खून को भी यह साफ करता है अगर आप नीम के पत्ते नहीं खा सकते तो आप इसके दातुन का प्रयोग कर सकते हैं और इसकी कुछ मात्रा को ग्रहण करने से भी आपको बहुत फायदे मिल जाते हैं

चेहरे के लिए नीम का प्रयोग

अगर आप अपने चेहरे को सुंदर और साफ सुथरा रखना चाहते हैं तो उसके लिए नीम का प्रयोग आपको जरूर करना चाहिए आप नीम को खाली पेट कुछ पत्तियां दैनिक खा सकते हैं अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो आप कुछ नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे अपने चेहरे  पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं और कुछ देर के लिए अपने चेहरे पर लगाकर भी रख सकते हैं इससे आपके बैक्टीरिया जो आपके कारण बनते हैं नष्ट हो जाते हैं नीम जीवाणु को नष्ट करता है और इससे आपके मुंह के पिंपल्स नष्ट हो जाते हैं इसका एक बेहतर उद्धरण हम आपको बताते हैं आपने हिमालय नीम फेस वॉश का नाम तो जरूर सुना होगा भारत में बहुत ज्यादा प्रयोग होने वाला एक प्यूरीफाइंग नीम फेस वॉश है और इसमें नीम और हल्दी का प्रयोग किया जाता है इसलिए आप नीम के  की पत्तियों से अपने चेहरे को धो सकते हैं और उसका दैनिक प्रयोग कर सकते हैं इससे चेहरा बिल्कुल साफ रहता है 

जू मारने में नीम का उपयोग

अगर किसी व्यक्ति को जूं शिकायत रहती है तो नीम की पत्तियों से सिर को धोना चाहिए इससे सिर में होने वाली जुएं मर जाती है यह अच्छा साधन है आप दो से तीन बार नीम की पत्तियों से सर को धोने से सिर की सभी जुं नष्ट हो जाती है


रक्त को शुद्ध करने में

नीम रक्त को शुद्ध करता है यह रक्त से विषाक्त पदार्थों को नष्ट कर देता है और रक्त को शुद्ध करता है रक्त में विभिन्न प्रकार के विषैले तत्व पाए जाते हैं और  नीम इन विषैले तत्वों को नष्ट कर शरीर को स्वस्थ और सुंदर बनाता है जिससे फोड़े फुंसी नहीं निकलते और रक्त शुद्ध रहते हैं और व्यक्ति की इम्युनिटी भी मजबूत होती है

अब हम बात करते हैं कुछ ऐसे प्रोडक्ट के बारे में जो विभिन्न कंपनियों के द्वारा बनाए जाते हैं और जिनमें नीम का प्रयोग किया जाता है जिन लोगों को नीम आसानी से उपलब्ध नहीं होता उन लोगों को इस तरह के प्रोडक्ट लेने से लाभ होता है जहां पर आपको इसकी दैनिक खुराक और इसके सही उपयोग के बारे में अच्छे से और जानकारी मिलेगी

नीम से बने उत्पाद

पतंजलि प्रोडक्ट

इनमें सबसे पहले पतंजलि की ओर से जो प्रोडक्ट बनाए जाते हैं उन्हें कुछ मुख्य प्रोडक्ट है नीम घनवटी   कायाकल्प वटी और आरोग्य वटी इन सभी में नीम का प्रयोग किया जाता है और यह सभी प्रोडक्ट त्वचा रोगों में लाभ देने के लिए उपयोग किए जाते हैं

हिमालय प्रोडक्ट

 हिमालय कंपनी के द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट हिमालय कंपनी का फेमस प्यूरीफाइंग नीम फेस वॉश इसमें नीम का प्रयोग किया जाता है हिमालय एंटीसेप्टिक क्रीम इसमें भी  नीम का प्रयोग किया जाता है और हिमालय टेलकट।हिमालय वेलनेस प्योर हर्ब्स नीम टेबलेट।

 Leane health product

कंपनी के द्वारा बनाया गया एक प्रोडक्ट जो कैप्सूल के रूप में आपको मिलता है इसमें नीम का प्रयोग किया जाता है

Ziva neem product

टेबलेट के रूप में मिलने वाले जीवा  कंपनी के द्वारा बनाया गया नीम हर्बल टी प्यूरीफाइंग टेबलेट

डाबर कंपनी का नीम उत्पाद

जो कि गिलोय और नीम के कंबीनेशन में आता है एक सिरप है जो डाबर कंपनी द्वारा बनाया गया था

यहां पर हमने कुछ अच्छी कंपनी द्वारा बनाए गए  नीम के प्रोडक्ट का जिक्र किया है आप अपनी पसंद की कंपनी का प्रोडक्ट यूज कर सकते है।

सवाल-जवाब

क्या सोरायसिस और एक्जिमा दोनों एक है
सोरायसिस और एग्जिमा की दोनों की स्थिति लगभग समान है दोनों में अंतर कर पाना भी कभी कभी मुश्किल हो जाता है कि कौन सा एग्जिमा है और कौन सा सोरायसिस और इनका इलाज भी लगभग दोनों का समान ही होता है इसलिए आप जो दवा एग्जिमा में प्रयोग की जाती है वही दवा सोरायसिस में प्रयोग किया जाता है और इसमें भी नीम का प्रयोग वैसे ही किया जाता है जैसे एग्जिमा में किया जाता है

सबसे ज्यादा बिकने वाला नीम से बना उत्पाद

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