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काछ व जांघ लगने की दवा व पसीने की बदबू का आयुर्वेदिक इलाज

काछ व जांघ लगने की दवा व पसीने की बदबू का आयुर्वेदिक इलाज।

 क्या ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसे पसीना न आता हों मुझे तो नहीं लगता, 

शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसे कभी पसीना ना आता हो और उस पसीने के कारण उसे बदबू ना होती हो 

कुछ लोग होंगे जिन्हें कम पसीना आता होगा ऐसा इसलिए क्योंकि 

शायद वे अपना ज्यादातर समय ठंड में गुजारते हैं।

और इसलिए उन्हें कम पसीना आता है लेकिन एक बात यह भी सही है 

कि ऐसे व्यक्ति बहुत ही कम होते हैं क्योंकि सभी को इस तरह की सुविधाएं नहीं मिल पाती 

और सभी गर्मियों की चिलचिलाती धूप से नहीं बच सकते हैं गर्मी होगी 

तो शरीर से पसीना भी जरूर निकलेगा और यह हर एक व्यक्ति के साथ होता हैं

 ऐसा नहीं के किसी एक व्यक्ति के साथ होता है हम अपने जीवन में इसका रोज  अनुभव करते हैं 

और पसीने से होने वाली समस्याओं से जूझते हैं और जो लोग ज्यादा मेहनत का काम करते हैं 

जैसे खेतीवाड़ी उन लोगों का तो कहना ही क्या सारा शरीर पसीने से तर हो जाता हैं

 तो क्या पसीना हमारे लिए हानिकारक होता है या फिर हमारे लिए लाभदायक होता है 

पसीना आने का कारण

सबसे पहले हम इस बात को जान लेते हैं कि पसीना आखिर आता क्यों है 

क्योंकि अगर इस कारण को सही से नहीं जान पाएंगे तो फिर हम इससे होने वाली बीमारी को भी नहीं समझ पाएंगे 

व्यक्ति को पसीना तब आता है जब उसके शरीर का ताप बढ़ने लगता है और शरीर के ताप को नियंत्रित करने के लिए पसीना होता है 

अर्थात अगर शरीर से पसीना ना निकले तो हमारे शरीर का ताप बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा जिससे 
कई स्वास्थ्य दुष्प्रभाव हो सकते हैं इसलिए शरीर की रचना कुछ इस प्रकार की गई है

 कि व्यक्ति का ताप एक सीमा से ऊपर बढ़ने लगता है तो शरीर से पसीने का उत्सर्जन होने लगता है 

जोकि शरीर के ताप को नियंत्रित रखता है और इसीलिए व्यक्ति को पसीना आने लगता है

पसीने के कारण होने वाली बदबू

जब शरीर से पसीना अधिक मात्रा में निकलने लगता है 

तो उसके साथ शरीर से कुछ मात्रा में खनिज लवण भी निकलते हैं जैसे सोडियम गंधक और इस तरह के खनिज पसीने के द्वारा उत्सर्जित होते हैं 

और  पसीना एक जगह शरीर के किसी भाग में इकट्ठा होने लगता है 

तो वहां पर बहुत सारे बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं और जिसके कारण बदबू आने लगती है 

जोकि बहुत ही ज्यादा खराब होती है एक व्यक्ति के लिए इस दुर्गंध के कारण कभी कभी-कभी व्यक्ति को शर्मिंदा के होना पड़ता है 

क्योंकि जब उसके शरीर से लोगों को एक अजब सी दुर्गंध आती है तो उससे दूरी बनाने लगते हैं 

और इसलिए शायद पसीने की बदबू को हर कोई शरीर से दूर करना चाहते हैं

पसीने की बदबू को दूर करने के उपाय

अब बात आती है पसीने की बदबू को दूर करने की बात पसीने की बदबू को एक सेकंड में भी खत्म किया जा सकता हैं

 और नहीं दिया जा सकता हूं कैसे तो इसका उत्तर होगा सेंट या परफ्यूम  का उपयोग करके लेकिन सेंट या परफ्यूम का उपयोग करने से बारे रूप से तो आप सुगंधित हो सकते हैं 

लेकिन वास्तविक बदबू आप नहीं दूर कर सकते हां कुछ समय के लिए या अगर आप बाहर कहीं जा रहे हैं और आपके पास समय नहीं है 

तो सही आप परफ्यूम का उपयोग आप कर सकते हैं इसमें कोई गलत बात नहीं है लेकिन यह आप जानते हैं कि हमारे शरीर में बदबू सिर्फ बाहरी रूप से खत्म हुई  हैं

 अंदर से नहीं इसका सही समाधान क्या है जिससे आपकी शरीर की बदबू में मिट्टी आप किसी ऐसे व्यक्ति का भी नष्ट हो जाए 

और आपके अंदर से धीमी धीमी खुशबू भी आती रहे चलिए आपको इसका इलाज बताते हैं पर्याप्त

पसीने की बदबू का आयुर्वेदिक इलाज।

पसीने की बदबू का आयुर्वेदिक इलाज क्या है इलाज तो आयुर्वेदिक बहुत हैं 

लेकिन उन्हें करने में काफी समस्याएं आती है और थोड़ी मुश्किल होती हैं

पसीने की बदब दूर करने वाले  साबुन

देखिए अगर आप पसीने की बदबू को दूर करना चाहते हैं और आपको बार-बार पसीने से खुजली की समस्या रहती है 

तो फिर आपके लिए टेटमोसोल साबुन एक बढ़िया साबुन रहेगा 

यह बरसात के मौसम में होने वाले खाज खुजली को रोकता है और इसके दैनिक स्नान से आप सभी तरह के स्किन इन्फेक्शन से बच जाएंगे और यह पसीने की बदबू को भी दूर करता है 

क्योंकि इसमें नींबू की ताजगी की महक होती है जो व्यक्ति को सारे दिन तरोताजा रखती है 

इसलिए आप इस साबुन को दैनिक स्नान में यूज कर सकते हैं और अपने शरीर को पसीने की बदबू और उससे होने वाली बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं

डेटॉल साबुन 100 बीमारियों से सुरक्षित करने वाला है और वायरस बैक्टीरिया फंगल और  इसकेइसकेक्शन से बचाने वाला साबुन शरीर की बदबू दूर करने वाला डेटॉल साबुन आप यूज कर सकते हैं

 डेटॉल साबुन  ना सिर्फ आप की बदबू दूर करता है बल्कि आपको सैकडो बीमारी से भी बचाता है इसलिए आप डेटॉल साबुन का भी दैनिक जीवन में यूज कर सकते हैं 

और कुछ दिन प्रयोग करने के बाद में देख सकते हैं कि आपको इसके कितने अच्छे परिणाम मिलते हैं

काछ व जांघ लगना

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है वैसे वैसे स्किन की प्रॉब्लम भी बढ़ती जा रही है 

जो लोग ज्यादा मेहनत का काम करते हैं और ज्यादा चलते फिरते हैं उन्हें अक्सर गर्मी के दिनों में पसीने के कारण काछ और  जांघ लगने की समस्या हो जाती है 

 ये ऐसे व्यक्तियों में होती है जो सारा दिन अपने शरीर को चलाएमान बनाए रखते हैं ऐसे में  उनकी जांघ व काछ  लग जाती है यह समस्या सभी को हो जाती हैं। 

यह गर्मी के दिनों में अधिक देखने को मिलती है अगर आपको भी बार-बार काछ और जांघ लगने की समस्या हो रही है 

तो आज आपको कुछ घरेलू उपचार बताएंगे और कुछ अंग्रेजी दवा भी बताएंगे जैससे आपकी यह समस्या जल्द से जल्द ठीक होगी

काछ व जांघ लगने के कारण

काछ व जांघ  लगने का सबसे बड़ा कारण है उनमें रगड़ होना अगर आप दिन में कोई ऐसा वर्क करते हैं और शरीर से पसीना अधिक मात्रा निकलता है  

जिससे आपकी काछ और आपकी जांघ के बीच की जगह में रगड़ लगती हो तो इससे आपको जांघ लगने की समस्या हो सकती है 

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्मी के दिनों में शरीर से बहुत अधिक पसीना निकलता है और इस पसीने के कारण त्वचा में नमी बनी रहती है 

और जांघ व काछ मैं रगड़ लगने से वहां पर थोड़ी जलन होने लगती है जिससे चलने फिरने में और बाजू को घुमाने में परेशानी सी महसूस होने लगती हैं 

व्यक्ति ठीक से चल नहीं पाता जांघ लगने पर व्यक्ति को बहुत ही अजीब सा महसूस होने लगता है और जांघ लगने से उसे बहुत सी परेशानियां होने लगती हैं

काछ व जांघ लगने की दवा

काछ लगना व जांघ लगना बहुत सामान्य है इसलिए आपको समय कोई घबराने की जरूरत नहीं है 

और ना ही इसके लिए कोई खास स्पेशल दवा उपचार की आवश्यकता होती है इसमें सिर्फ आपको थोड़ा सा ध्यान रखना होता है 

अगर आपको इस तरह की परेशानी हो रही है और आपक आपको जांघ लगने की समस्या होती रहती है 

तो फिर आपको इसके लिए घरेलू उपाय भी चल जाएंगे और इसकी दवा भी मिल आपको मिल जाएगी

काछ व जांघ लगने का घरेलू उपचार

अगर आपको जान लगने की समस्या है तो उसके लिए आप नारियल का तेल यूज़ कर सकते हैं 

जिस स्थान पर आपको जंग लगने की समस्या है आप उस स्थान पर रात के समय नारियल का तेल लगाएं और उस भाग को खुला ही रखें और रात भर ऐसे ही रहने दें 

इससे सुबह में आपकी जंग लगने की समस्या ठीक हो जाएगी लेकिन इसके साथ ही आपको एक बात का ध्यान रखना होगा 

आप को बहुत हल्के कपड़े पहनने होंगे जहां तक जितना हो सके आप कम से कम कपड़े और हल्के कपड़े पहने इससे आपके आंखों में रगड़ कब लगेगी 

और वहां पर खुली हवा होगी इससे आपकी जान लगने की समस्या बिल्कुल ठीक हो जाएगी

काछ व जांघ लगने का पाउडर

दूसरा प्रयोग अगर आप नारियल तेल का यूज नहीं करना चाहते तो आप एंटी एलर्जी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं इसमें आपको दो पाउडर का नाम बताएंगे एक  होता है 

टेटमोसोल पाउडर 

 कैंडिड डस्टिंग पाउडर 
यह दोनों पाउडर है पसीने से होने वाली या फिर जांघ लगने वाली फंगल जंक्शन एलर्जी घमौरियों  मैं काम आते हैं 

आप रात को या दिन के समय इन दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं और जांघ लगने या फिर काछ लगने वाले भाग को खुला रखें  

निष्कर्ष

जहां एक ओर पसीना बदबू और काछ व जांघ लगने का कारण बनता है 

वहीं पसीना हमारे शरीर से विषैले तत्व बाहर करता है और हमारे शरीर  के तापमान को नियंत्रित  रखता है  

कुल मिलाकर देखा जाए तो पसीना हमारे लिए इतना हानिकारक नहीं होता बस इसको सही से हमें मेंटेन करना आना चाहिए उम्मीद है 

आपको अपने सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट में मिल गए होंगे और अगर आपका फिर भी कोई क्वेश्चन है तो आप कमेंट में जरूर बताएं


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