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पूरे बॉडी में खुजली का इलाज, कारण, दवा, टेबलेट, क्रीम, घरेलू उपाय

 पूरे बॉडी में खुजली की दवा क्या है। लेवोसेटिरिज़िन  दवा एक एंटीहिस्टामाइन दवाई है कई प्रकार की एलर्जी में काम आती है यह  इस तरह की एलर्जी में काम आती है जैसे कि 

 (1) नाक बहना

 (2) आंखों से पानी निकलना

(3) शरीर में खुजली होना

 (4) गले में खराश होना 

इस तरह की एलर्जी कंडीशन में लेवोसेटिरिज़िन दवा का उपयोग किया जाता है मौसम परिवर्तन के कारण होने वाली एलर्जी और इससे बचने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है 

विभिन्न प्रकार के चर्म रोग दाद खाज खुजली एग्जिमा सोरायसिस इस तरह की बीमारी में होने वाली खुजली को रोकने के लिए लिवो सिट्राजिन दवा का जो किया जाता है 

यह दवा एलर्जी को अर्थात  खुजली को नष्ट करती है  पूरे शरीर में होने वाली अचानक खुजली को रोकने के लिए लवोसेटिरिज़िन इस दवा को यूज में लाया जाता है

लेवोसेटिरिज़िन विभिन्न बीमारियों में उपयोग

लेवोसेटिरिज़िन का प्रयोग इस दवा को डॉक्टर के परामर्श अनुसार निर्धारित अवधि के लिए रोगी को दिया जाता है अगर कोई व्यक्ति बिना डॉक्टर की सलाह के भी इस दवा का उपयोग करता है तो उसे इसे लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए 

और इसकी निर्धारित खुराक मात्रा इसके लेने का सही समय को भी अच्छे से जान लेना चाहिए ताकि बाद में चलकर कोई भी साइड इफेक्ट ना हो 

और अगर डॉक्टर की बिना सलाह  इस दवा का उपयोग करता है तो उसे इस दवा को चाहिए कि सिंगल ही खाए अर्थात किसी अन्य दवा के साथ इसको ना खाएं ताकि किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट देखने को ना मिले

लेवोसेटिरिज़िन के फायदे

विभिन्न प्रकार के एलर्जी में फायदेमंद दाद खाज खुजली चर्म रोगों में होने वाली खुजली में लाभदायक आंख नाक से पानी बहने पर उसको रोकने में फायदेमंद

लेवोसेटिरिज़िन की खुराक

इसकी खुराक किसी भी उम्र के व्यक्ति को अधिकतम 5mg से अधिक नहीं दी जा सकती अगर वह बच्चा है तो उसे लिक्विड रूप में प्रयोग करा जाता है छोटे बच्चों को 5mg से कम अर्थात आधी खुराक दी जाती है

 अधिकतर अंग्रेजी दवाओं को खाना खाने के बाद ही लिया जाता है और इस दवा को भी आप खाना खाने के बाद में ले सकते हैं इसे दिन में आप एक बार ले सकते हैं इससे ज्यादा अगर किसी व्यक्ति को आवश्यकता होती है तो उसके लिए डॉक्टर से एक बार परामर्श लेना जरूर ले

लेवोसेटिरिज़िन दवा के दुष्प्रभाव

इस दवा के बहुत ही कम दुष्प्रभाव देखे गए हैं यह दवा बहुत ही सुरक्षित और बहुत ही फायदेमंद होती है इस दवा को बच्चे को छोड़कर किसी भी उम्र के व्यक्ति को बहुत ही कम नुकसान देती है या गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित दवा मानी जाती है इससे गर्भवती महिलाओं को कोई हानि नहीं होती
कुछ आम दुष्प्रभावों इसके हैं

थकान

ज्यादा नींद

उल्टी

लेवोसेटिरिज़िन का प्रभाव लिवर पर पड़ता है

का प्रभाव लीवर पर नहीं पड़ता है पहले से ही लीवर की कोई बीमारी है तो इस केस में एक बार डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी होता है क्योंकि आप पहले से ही लीवर के अंदर बीमारी से संबंधित है और लिवो सिट्राजिन का प्रभाव एक दुष्प्रभाव हो सकते हैं इसलिए अगर लीवर की कोई बीमारी है तो उस केस में आपको डॉक्टर से परामर्श लेने जरूर होता है

 सवाल जवाब

इस दवा को लेने का सबसे सही समय क्या है
इस दवा को दिन में किसी भी समय लिया जा सकता है मगर इस दवा को लेने का सबसे सही समय रात के टाइम होता है क्योंकि इस दवा को लेने के बाद कुछ घंटे तक आपको नींद आ सकती है इसलिए आप कोशिश करें कि इस दवा को  रात के समय ही करें

लिवोसिट्राजिन के साथ शराब का सेवन करना सही है या गलत
शराब का सेवन किसी भी अंग्रेजी दवा के साथ सही नहीं चाहिए क्योंकि अंग्रेजी दवा शराब के साथ एक विपरीत प्रतिक्रिया करती हैं जिससे शरीर में साइड इफेक्ट होने का खतरा रहता है दूसरी बात शराब का सेवन करने के बाद में अगर इस दवा को लिया जाए तो इससे बहुत ज्यादा नींद आने की संभावना रहती है जो बहुत ही नुकसानदायक हो सकती है इसलिए इस दवा को लेने के बाद शराब का सेवन ना करें और ड्राइविंग करने से भी बचें
जो लोग किडनी के मरीज हैं खासकर 60 वर्ष से अधिक के उन लोगों को इस दवा का सेवन करना चाहिए या नहीं

जिन व्यक्ति को किडनी की बीमारी है या पहले से ही कोई समस्या है उन लोगों को इस दवा के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और जिन लोगों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है उन लोगों को भी इस तरह की दवा का कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए क्योंकि इससे उनकी किडनी पर इस दवा का असर पड़ता है जो कि बाद में चलकर परेशानी का कारण बन सकता है

लीवोसिट्राजिन का कितने दिन प्रयोग करने पर इसके कोई दुष्प्रभाव होते हैं
लीवोसिट्राजिन का अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक अर्थात 1 से 2 महीने तक लगातार अगर प्रयोग करता है तब उसे जाकर इस तरह गंभीर साइड इफेक्ट होते हैं नहीं तो अगर कोई व्यक्ति इसे अल्प समय के लिए प्रयोग करता है तो उसे कोई भी दुष्प्रभाव नहीं देखने को मिलते हैं
सिट्राजिन खुजली रोकने की ऐसी अंग्रेजी दवा है  जो डॉक्टर की पहली पसंद  है और इसीलिए खुजली में सबसे पहले सिट्राजिन  दवा ही दी जाती हैं लेकिन कुछ अन्य दवाई ऐसी भी आती है जो खुजली को होने से पहले ही रोक देती है

 जैसे  कुछ एंटासिड का यूज़ करके खुजली से राहत मिल सकती है  आप कुछ एंटासिड सिरप का भी यूज कर सकते हैं क्योंकि अंग्रेजी दवाइयां आप लगातार नहीं ले सकते अंग्रेजी दवाइयां सिर्फ सीमित समय के लिए यूज की जा सकती है क्योंकि  अंग्रजी   दवाई के बहुत ज्यादा साइड इफेक्ट्स  हो सकते हैं अगर किसी व्यक्ति को अचानक से खुजली हो जाए और शरीर में खुजली हो तो ऐसे में अंग्रेजी दवाई ही बेस्ट होती है  और अगर आपको खाना खाने के बाद में या फिर दिन में कुछ खाने  के बाद में खुजली होने लगती है तो ऐसे में एंटासिड  सिरप का यूज करना बेहतर होता हैं जब किसी के शरीर में जब एसिडिटी की मात्रा बढ़ जाती है तो एसिडिटी से खुजली, जलन का और पेट दर्द की समस्या  बन जाती है इसलिए एंटासिड लेने से शरीर में होने वाली खुजली को होने से पहले ही रोका जा सकता है

Antacid antigas gel Digene 

Digene Gel


एसिडिटी होने पर Digene Gel एसिडिटी और गैस से राहत देता है। यह एक शुगर-फ्री लिक्विड है जो एसिडिटी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई प्रदान करता है, पेट दर्द को कम करता है और लंबे समय तक राहत के लिए पेट को अतिरिक्त एसिड बनाने से बचाता है। डाइजीन ओरल लिक्विड एक आसान बोतल में आता है जिसे घर पर आसानी से रखा जा सकता है। सक्रिय अवयवों का इसका एसिडिटी और गैस से राहत के लिए डाइजीन जेल 200 एमएल और 450 एमएल की बोतलों में उपलब्ध है।

इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपचार भी अपना सकते हैं जो खुजली को दूर करने में सहायक होते हैं 

खुजली में नारियल तेल के फायदे

खुजली दूर करने के लिए नारियल का तेल एक उपयोगी औषधि है। यह विशेष तत्वों से भरपूर होता है जो त्वचा को मुलायम बनाता है और रूखेपन से बचाता है। नारियल का तेल त्वचा की कई स्थितियों के उपचार में उपयोगी होता है जिसमें खुजली भी शामिल है।

खुजली के लिए नारियल के तेल के लाभों में शामिल हैं:

त्वचा को आराम देता है: नारियल का तेल खुजली को कम करने में मदद करता है क्योंकि यह त्वचा को आराम देता है।

एंटीफंगल गुणों से भरपूर: नारियल तेल में मौजूद एंटीफंगल गुण खुजली पैदा करने वाले फंगल इंफेक्शन से निपटने में मदद करते हैं।

त्वचा की मोटी परत को मुलायम बनाता है: नारियल के तेल में पाया जाने वाला लॉरिक एसिड त्वचा की मोटी परत को मुलायम करने के साथ-साथ खुजली और संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

त्वचा को कोमल बनाता है: नारियल का तेल त्वचा को कोमल बनाने में मदद करता है









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