सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है, शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए

शुगर की बीमारी आज भारत में बहुत तेजी से फैल रही है लाखों व्यक्ति आज इसकी चपेट में हैं 

अगर इस बीमारी के बारे में लोग जागरुक नहीं हुए तो शायद और भी न जाने कितने व्यक्तियों को अपनी चपेट में ले लेगी 

और इससे बचने के लिए चाहिए कि व्यक्ति को इसकी जानकारी हो ताकि समय रहते इस बीमारी से बचा जा सके

 क्योंकि इस बीमारी का कोई इलाज अभी तक नहीं है 

कुछ लोग दावा करते हैं डायबिटीज को जड़ से खत्म कर देंगे लेकिन अभी पूरी तरह से प्रमाणित नहीं हुआ है 

इस तरह के भ्रम में ना रहे कि डायबिटीज या शुगर का इलाज मिल चुका है 

जानकारी ही इसका बचाव है आज इस पोस्ट में हम आपको यह बताएंगे कि डायबिटीज या फिर शुगर होने पर 

हमें किन चीजों को खाना चाहिए और किन चीजों को नहीं खाना चाहिए

मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है, शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए

शुगर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसुलिन हार्मोन की समस्या होती है।

 हमारी बाॅॅडी मे अग्न्याशय की बीटा कोशिकाएं  इंसुलिन हार्मोन जारी करती है।

मधुमेह हमें तब होता है जब 

जब अग्न्याशय किसी भी इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है

या अग्न्याशय बहुत कम इंसुलिन पैदा करता है

 मधुमेह एक आजीवन बीमारी है।  अभी तक, कोई इलाज नहीं है। 

मधुमेह वाले लोगों को स्वस्थ रहने के लिए अपनी बीमारी का प्रबंधन करने की आवश्यकता होती है।

मधुमेह में इंसुलिन की भूमिका

यह समझने के लिए कि मधुमेह में इंसुलिन क्यों महत्वपूर्ण है, यह इस बारे में अधिक जानने में मदद करता है 

कि शरीर ऊर्जा के लिए भोजन का उपयोग कैसे करता है। आपका शरीर लाखों कोशिकाओं से बना है।

 ऊर्जा बनाने के लिए, इन कोशिकाओं को बहुत सरल रूप में भोजन की आवश्यकता होती है। 

जब आप खाते या पीते हैं, तो आपका अधिकांश भोजन एक साधारण चीनी में टूट जाता है 

जिसे "ग्लूकोज" कहा जाता है। फिर, ग्लूकोज को आपके शरीर की कोशिकाओं तक रक्त प्रवाह के माध्यम से पहुंचाया जाता है, 

जहां इसका उपयोग आपके शरीर को दैनिक गतिविधियों के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।

आपके रक्तप्रवाह में ग्लूकोज की मात्रा इंसुलिन हार्मोन  द्वारा  नियंत्रित की जाती है। 

अग्न्याशय द्वारा इंसुलिन को हमेशा कम मात्रा में छोड़ा जाता है। जब आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा एक निश्चित स्तर तक बढ़ जाती है, 

तो अग्न्याशय कोशिकाओं में अधिक ग्लूकोज को कम करने के लिए अधिक इंसुलिन जारी करेगा। 

इससे आपके रक्त में ग्लूकोज का स्तर (रक्त शर्करा का स्तर) गिर जाता है।

आपके रक्त शर्करा के स्तर को बहुत कम होने से रोकने के लिए  आपका शरीर आपको खाने के लिए संकेत देता है और यकृत में रखे भंडारण से कुछ ग्लूकोज जारी करता है।

मधुमेह वाले लोग या तो इंसुलिन नहीं बनाते हैं या उनके शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के लिए प्रतिरोधी होती हैं,

 जिससे रक्त में शर्करा का उच्च स्तर होता है, जिसे केवल उच्च रक्त शर्करा कहा जाता है।

मधुमेह दो प्रकार का होता है।  

टाइप 1  मधुमेह 

टाइप 1 मधुमेह होने पर शरीर इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन  करना बिल्कुल बन्द कर देता है 

और शरीर को बाहर से इंजेकशन के द्वारा इंसुलिन दिया जाता है 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों को टाइप 1 मधुमेह ही होता है

 टाइप 1  मधुमेह के लक्षण

बढ़ी हुई प्यास

भूख में वृद्धि (विशेषकर भोजन के बाद)

शुष्क मुँह

लगातार पेशाब आना

अस्पष्टीकृत वजन घटाने (भले ही आप खा रहे हों और भूख महसूस हो)

थकान (कमजोर, थका हुआ एहसास)

धुंधली दृष्टि

 भारी श्वास  

चेतना का नुकसान (दुर्लभ)

टाइप 2 मधुमेह 

टाइप 2 मधुमेह लगभग 40 वर्ष की उम्र के बाद लोगों में देखने को मिलता है टाइप2 मधुमेह में इंसुलिन हार्मोन या तो शरीर मे कम मात्रा मे बनता है या फिर बिल्कुल भी नहीं बनता

टाइप 2 मधुमेह के लक्षण

घाव भरने में कमी  

त्वचा की खुजली (आमतौर पर योनि या कमर क्षेत्र)

खमीर संक्रमण

 वजन कम होना

हाथ और पैर का सुन्न होना या झुनझुनाहट

नपुंसकता या स्तंभन दोष

मधुमेह काेे कैसे रोका जा सकता  है?

वर्तमान समय में, मधुमेह को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसे प्रबंधित और नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह के प्रबंधन के लक्ष्य हैं:

 दवा और  भोजन के सेवन को संतुलित करके अपने रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य के रखें।

 अपने रक्तचाप को नियंत्रित करें। 

आपका रक्तचाप 120/80 से अधिक नहीं जाना चाहिए।

 नियमित रूप से व्यायाम करना

दवा लेना, यदि निर्धारित किया गया है, और इसे कैसे और कब लेना है, इस बारे में दिशानिर्देशों का बारीकी से पालन करना

घर पर अपने रक्त शर्करा और रक्तचाप के स्तर की निगरानी करना

आप हर दिन घर पर क्या करते हैं, यह आपके ब्लड शुगर को अवश्‍य प्रभावित करता है,  आप अपना चेकअप  डॉक्टर से    हर   1 या 2 महीनेे  में करवा सकते हैं।

नियमित व्यायाम आपको अपने जीवन के नियंत्रण में वापस लाने में मदद कर सकता एपिगैलोकैटेचिन, नियमित शारीरिक गतिविधि मधुमेह के प्रबंधन या प्रीबायबिटीज से निपटने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

 क्योंकि जब आप सक्रिय होते हैं, तो आपकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं, इसलिए यह अधिक प्रभावी रूप से काम करती है। 

और आप सिर्फ बेहतर महसूस करते हैं। और बेहतर दिखेंगे।हर दिन लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करें 

और आप ऐसा महसूस करने लगेंगे कि आप अपने जीवन के नियंत्रण में वापस आ गए है

 शुगर में खाने वाले पदार्थ

अगर किसी व्यक्ति को शुगर की बीमारी हो चुकी है तो उसको अपने खानपान का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए

क्योंकि अगर वह अपने खान-पान का सही ध्यान नहीं रखेगा तो उसकी शुगर की बीमारी और ज्यादा बढ़ जाएगी जिससे उसे बहुत ज्यादा परेशानी हो जाएगी 

हम आपको शुगर में कौन-कौन सी चीजें खानी चाहिए और किन किन चीजों से आपको बचकर रहना चाहिए 

इसके बारे में बताएंगे जिससे आप इन चीजों का ध्यान रखकर अपने शुगर लेवल को कंट्रोल कर सके और एक अच्छी लाइफ जी सकें

मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है।

मधुमेह रोग किसी विटामिन की कमी से नहीं,बल्कि  इन्सुलिन हार्मोन की कमी से होता है लेकिन कुछ शोध बताती है कि टाइप-2  मधुमेह विटामिन डी की कमी से भी हो सकता है 

विटामिन डी की कमी से पैंक्रियाज  ग्रंथि ठीक से काम नहीं करता जिसके कारण  शरीर  में इंसुलिन  कम मात्रा में बनता है

शरीर में गू्लकोज ज्यादा बढ़ने लगता है इसी  कारण शरीर में  डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है 

शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए

शुगर में खाने वाली दाल डायबिटीज के मरीज अरहर की दाल,उड़द की दाल,मूंग की दाल, खा सकते है

गोभी, सोयाबीन, साबुत दाल, चने की दाल, आदि भी खा सकते हैं। क्योंकि दाले प्रोटीन का उच्चतम स्त्रोत होती है

जो कि डायबिटीज में नुकसान नहीं देती,लेकिन सिर्फ इतने से काम नहीं बनने वाला यह बात सही है

कि शुगर में दाले फायदेमंद होती है लेकिन यही नुकसान भी दे सकती है

अगर आप इनका सही तरीके से यूज़ नही करेंगे जब अधिक मात्रा में दालो का सेवन करने लगते है

तो शरीर में नाइट्रोजनी अपशिष्ट भी बढने लगता है

इसलिए शरीर से इसका निष्कासन करना जरूरी है। और अगर ऐसा ना किया गया तो यह आगे चलकर गठिया का कारण बनता है

इसलिए जब भी आप दालों का सेवन करें तो अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए
मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है

 शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं

शुगर में चावल खाना चाहिए या नहीं क्या आप इस तरह के प्रश्नों का जवाब ढूंढ रहे हैं शुगर में चावल खाना चाहिए 

या नहीं इसके लिए आपको पता होना चाहिए की शुगर की बीमारी मैं ज्यादा मीठा खाने से नुकसान होता है और चावलों में कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता है

 इसलिए आपको शुगर में चावल नहीं खाना चाहिए और अगर खाना  हैं 

तो बहुत कम मात्रा में ही खाएं आप दिन में एक बार चावल का सेवन कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे अधिक मात्रा में बिल्कुल भी ना खाएं।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट