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क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट और माइकोनाज़ोल नाइट्रेट त्वचा क्रीम

क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट और माइकोनाज़ोल नाइट्रेट त्वचा क्रीम। फंगल इंफेक्शन की प्रॉब्लम में सबसे ज्यादा यूज होने वाला  स्टेरॉइड व अन्य ऑइंटमेंट क्या है? क्या  आप जानते हैं  इनको फंगल इन्फेक्शन में क्यों किया जाता है और इनका फंगल इनफेक्शन दाद खाज खुजली में क्या महत्व है और इनको कैसे यूज़ करना चाहिए, क्या इनके फायदे हैं और क्या लाभ

 क्या आप जानते हैं इस समय भारत में सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली क्रीम जो दाद खाज खुजली को ठीक करने का दावा करती है उसमें सबसे ज्यादा किसका प्रयोग होता है क्लोबेटासोल प्रोपिनेट जो कि एक स्ट्राइड दवाई है इस क्रीम के ज्यादा यूज होने का एक और कारण यह भी है कि यह क्रीम अन्य क्रीम की अपेक्षा सस्ती है और इसमें स्टेरॉइड होने की वजह से यह जल्दी आराम करती है

यह क्रीम भारत में इतनी ज्यादा यूज होती है कि आपको किसी भी मेडिकल स्टोर  से आसानी से मिल जाती है क्योंकि यह बहुत सी दवा के साथ मिलकर बनाई जाती है यह दवा कभी एंटी फंगल और स्टेरॉइड के साथ कभी स्टेरॉइड व एंटी बैक्टीरियल के साथ और कभी एंटी फंगल एंटी बैक्टीरियल व स्टेरॉइड के साथ आती है जिनमें क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट मुख्य रूप से देखने को मिलता है जैसे क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट जेंटामाइसिन और माइक्रोनाज़ोल नाइट्रेट क्रीम  

अगर देखा जाए तो clobetasol propionate के साथ ज्यादा यूज होते है neomycin sulphate and miconazole nitrate, किसी क्रीम में दोनों एक साथ या अलग-अलग हो सकते है और जितनी आसानी से यह क्रीम मिल जाती, उतनी ही आसानी से लोग इसे यूज भी कर लेते है लेकिन ये सब इतना आसान नहीं होता जितना कि दिखाई देता है। कहते है कि नकल को भी अक्ल की जरूरत होती है इस क्रीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है आप जब इस पोस्ट को पढ़ेंगे तो जानेंगे। आज हम आपको क्लोबेटासोल प्रोपिनेट  के कुछ ऐसे फैक्टस बताएंगे जो शायद आप नहीं जानते और अगर आप इस दवाई को जान लेते हैं तो आपको बहुत लाभ होगा

क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम का उपयोग

लाभ

उपयोग

दुष्प्रभाव

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट क्रीम के फायदे

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट एक मजबूत स्टेरॉइड है जो कि 0.05% के साथ यूज की जाती है। यह दवा अधिकतर क्रीम के रूप में आती है और अन्य दवाओं के साथ यूज की जाती है शरीर पर होने वाले विभिन्न प्रकार के त्वचा इनफेक्शन में इस क्रीम को यूज किया जा सकता है जैसे कि किसी व्यक्ति को जलन होती हो खुजली होती है दाद की समस्याओं एग्जिमा हो सोरायसिस  और भी इस तरह की अन्य समस्याओं में इस दवा को प्रयोग किया जाता है

क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम का उपयोग कैसे करें

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट दैनिक उपयोग करना बहुत ही आसान है आप किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं या फिर अगर आपका डॉक्टर आपको इस तरह की क्रीम का सुझाव देता है  तो आप  इस क्रीम का उपयोग करे  आपके जिस  हिस्से मे इनफेक्शन हो वहां पर यूज़ करें और इस क्रीम को प्रभावित क्षेत्र में दो बार लगाएं

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट के दुष्प्रभाव

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट क्रीम के दुष्प्रभाव भी है अगर  आप बिना डॉक्टर की सलाह से या फिर अपने मनमर्जी से अधिक से ज्यादा यूज करते हैं और अपने चेहरे पर और ऐसे प्रभावित क्षेत्र में लगाते हैं तो आप इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं क्लोबेटासोल प्रोपिनेट त्वचा  को पतला करता है जिससे त्वचा कमजोर हो जाती है और उसमे दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं

अब तक हमने  क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट के बारे वो बाते की जो आपको किसी भी पोस्ट में पढने को मिल जायेगी
अब हम वो बाते आपको बताएंगे जो आपको जरुर पता होनी चाहिए क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट एक ऐसा मजबूत स्ट्राइड होता जो शरीर में उत्पन होने वाले  रसायन को रोक देता है। जिसके कारण रोगी को बहुत जल्दी आराम मिलता है।लेकिन यह किसी भी सूक्ष्मजीव को नहीं मारता जैसे की कवक,बेक्टिरिया, वायरस, इसलिए इससे कोई रोग ठीक नहीं होता। यह केवल शरीर मे उत्पन्न होने वाले प्रोस्टाग्लैंडिन,व कुछ एंटी हिस्टामाइन के उत्पादन को रोकता जिनके कारण दर्द व खुजली होती है।इसलिए रोगी धोका खा जाते है। कयोंकि जब शरीर में हरकत बन्द हो जाती है तो उन्हें ऐसा ही लगता हि कि रोग ठीक हो गया है, लेकिन कुछ समय बाद वो फिर होने लगता है
कयोंकि रोग तो ठीक हुआ नहीं था बस कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। यह दवा उस समय ज्यादा यूज हुई जब लोगों में फंगल इन्फेक्शन होने लगा था। उस समय लोगों ने इसको बहुत ज्यादा यूज किया। जिससे फंगल कुछ समय के लिए ठीक होता और कुछ दिनोंं बाद फिर पनपने लगता । दवाई बेअसर होने लगी और रोग को ठीक होने में महीनों से साल लगने लगे
इतने दुष्प्रभाव होने पर भी आज भी बहुुत से कुछ कम  लोग इसका इस्तेमाल कर रहे है
और अपने फंगल इन्फेक्शन को और ज्यादा जिद्दी बना रहे है हम एक क्रीम उदाहरण के तौर पर लेंगे जैसे 
Terbicad plus cream uses in hindi

क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम

क्लोबेटासोल प्रोपिनेट को संयोजन में प्रयोग किया जाता है अर्थात इनमें बहुत सी क्रीम ऐसी हैं जिनमें क्लोबेटासोल प्रोपिनेट को मिश्रण के रूप में प्रयोग किया गया है यह क्रीम एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल होती है और इसी रुप में इसको प्रयोग किया जाता है बहुुत ज्यादा यूज होने वाली कुछ क्रीम जिनमें क्लोबेटासोल प्रोपिनेट एक संयोजन के  रूप में
अगर आप इनमें से किसी भी क्रीम का यूज़ करेंगे तो आपको इनसे होने वाले फायदे या नुकसान लगभग समान देखने को मिलेंगे.

पैनडर्म

डर्मिकेम ओसी क्रीम

डर्मिफोर्ड क्रीम

Castor-nf क्रीम

टेरबिकेट Gm

फंगल इंफेक्शन के लिए सबसे अच्छी क्रीम कौन सी है?


सबसे अच्छी क्रीम की अगर बात की जाए  तो वो क्रीम स्टेरॉइड क्रीम तो नहीं हो सकती (जिसमें क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट दवा हो) भले ही उनसे दाद ठीक हो जाए सबसे अच्छी वह क्रीम होगी जिसमें केवल एंटी फंगल
क्या मैं अपने चेहरे पर क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम का इस्तेमाल कर सकता हूं

इस बात का सही उत्तर देना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि जब तक कारण का पता ना लगे कि क्रीम को क्यों चेहरे पर लगाना है तब तक सही उत्तर देना कठीन है
अगर चेहरे पर फंगल इन्फेक्शन है तब तो कुछ हद तक सही है लेकिन अगर सुन्दरता के लिए यूज करना चाहते है तो यह ठीक नहीं है क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट एक स्टेरॉइड है जो चेहरे की स्किन को नुकसान दे सकता है

क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट का दूसरा सबसे ज्यादा यूज होने वाला अल्टरनेटिव चाहिए
क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट का अल्टरनेटिव   बेक्लोमेटासोन डिप्रोपियोनेट है
एक उदाहरण देखिए

beclomethasone dipropionate clotrimazole and neomycin cream uses in hindi

क्लोट्रिमेज़ोल (clotrimazole) एक एंटीफंगल दवा होती है। और  beclomethasone एक स्टेरॉइड है। neomycin एक एंटीबैक्टीरियल होता है ये तीनों त्वचा(skin) के इलाज में प्रयोग होते हैं।

 मगर तीनों में कुछ अन्तर है जहाँ एक ओर Clotrimazole Fungal को मारता हैं वहीं beclomethasone इंफेक्शन को कछ समय के लिए रोक देता है।

यह कवक को नहीं मारता।यह लालिमा, सूजन,खुजली को बढ़ाने वाले कुछ रसायनों को शरीर के अन्दर ही रोक देता है। 

 इसलिए जब  भी कभी Clotrimazole ,neomycinऔर beclomethasone से युक्त cream का प्रयोग एक साथ  (combination)  इस्तेमाल करें तो सीमित मात्रा मे ही करें।इसका उपयोग केवल 4 से 5 बार ही करें,।उसके बाद क्रीम को प्रयोग ना करे। और अन्य anti fungal दवाओं से इनफेक्शन का इलाज करें।

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