झंडू केसरी जीवन वस बैद्यनाथ केसरी कल्प च्यवनप्राश के फायदे
झंडू केसरी जीवन वस बैद्यनाथ केसरी कल्प च्यवनप्राश में कौन बेहतर है यह जानेंगे लेकिन इससे पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा तभी जाकर आप किसी भी च्यवनप्राश से इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं।इम्यूनिटी को कैसे बढ़ाया जाता है कैसे कम होती है और कौन-कौन से हैं खाद पदार्थ होते हैं जिनसे इम्यूनिटी किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी बहुत मजबूत हो जाती है उन चीजों के बारे में बात करेंगे जिनके कारण इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है कुछ लोगों को लगता है की इम्युनिटी किसी बाजार में मिलने वाले दवाई या फिर घर में काढ़ा बनाकर पी लेने से मजबूत हो जाती है अगर आप भी उनमें से एक हैं तो मैं आपको बताना चाहूंगा आप गलत है जो गलत है
इसका जवाब आपको इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद मिल जाएगा क्यों इम्यूनिटी कोई ऐसी चीज नहीं जिसे हर कोई बढ़ा ले यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग अलग-अलग तरीकों से बढ़ती है ऐसा नहीं कि कोई भी व्यक्ति एक गिलास मैं कुछ भर कर दिया जाए और मात्र उसके पीने से इम्युनटी रातो रात बहुत मजबूत हो जाए हो सकता है इंटरनेट पर आपने ऐसे बहुत से आर्टिकल बताया जाता है कि आप इन चीजों का प्रयोग करें आपकी इम्युनिटी बहुत तेज हो जाएगी बहुत मजबूत हो जाएगी और आप को कोई रोक नहीं पायेगा लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं होता क्योंकि इम्यूनिटी कोई देखने वाली चीज नहीं होती और ना ही इसे किसी पैमाने पर नापा जा सकता है कि आपकी इम्यूनिटी इतनी है अभी और किसी दवा लेने के बाद इतनी हो गई
इसलिए अगर आप अपनी इम्युनिटी बढ़ाना चाहते हैं और रोगों से अपनी सुरक्षा करना चाहते हैं तो आपको चाहिए को बारीकी से समझें अगर आप इम्युनिटी को अच्छे से समझ गए है कि किस तरह इस को बढ़ाया जाता है और किस तरह यह कम हो जाती है तो फिर आपके लिए लाइफ आसान हो जाती है और इम्यूनिटी ऐसी चीज है जो इंसान के हर मोड़ पर काम आती है बिना इसके व्यक्ति लगातार बीमारी से घिरा रहता है इसलिए इम्युनिटी को पहले अच्छी तरह समझ के और उसके बाद स्वयं तय कीजिएगा कि क्या मुझे खाना चाहिए और क्या मुझे नहीं खाना चाहिए क्या मुझे करना चाहिए और क्या मुझे नहीं करना चाहिए
इम्यूनिटी कम होने के कारण
इम्यूनिटी कम होने के बहुत से कारण है इनमें से दो तीन मुख्य है जिनके कारण समय के अनुसार व्यक्ति कि इम्यूनिटी कम हो है हम उन पर बारीकी से चर्चा करेंगे
हर समय तनाव में रहना
इम्यूनिटी में सबसे ज्यादा असर डालने वाला अगर कोई कारण है तो वह तनाव कहते हैं कि चिंता चिता के समान होती है और तनाव टेंशन डिप्रेशन एक ऐसी चीज है जो हर व्यक्ति को किसी न किसी रूप में परेशान करती रहती है और उसको अंदर ही अंदर खोखला करते हैं किसी को किसी कारण से तो किसी को किसी कारण से तनाव रहता ही है और यही तनाव उसके अंदर से प्रतिरोधक क्षमता को कम करते रहता है कुछ लोग अच्छा खानपान करते तो है लेकिन अंदर से किसी ने किसी चिंता में घिरे रहते हैं और इस कारण उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम ही रहती है जिससे कारण उन्हें रोग हमेशा घिरे रहते हैं
पर्याप्त नींद का ना लेना
कुछ लोग बहुत ज्यादा काम करते हैं जिस करना उन्हें पर्याप्त नींद नहीं आती और इस कारण भी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता मैं कमी हो जाती है कुछ लोगों को लगता है कि नींद हमारी प्रतिरोधक क्षमता पर कोई असर नहीं डालती वह चाहे कम सोए या फिर अधिक इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और कुछ लोग तो यह मानते हैं के व्यक्ति अगर 3 से 4 घंटे भी सोते है तो काफी पर्याप्त हैं लेकिन विज्ञान इस बात को नहीं मानता विज्ञान के अनुसार एक व्यक्ति को जो कि व्यस्क है उसे कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद पर्याप्त होती हैं और अगर इससे कम घंटे की नींद लेता है उसके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है कुछ लोगों को लगता है किस सोने से होता क्या है आखिर हम 6 से 7 घंटे में तो मैं आपको बताना चाहूंगा 6 से 7 घंटा सोने पर व्यक्ति की मांसपेशियां स्थिल हो जाती हैं और वे दोबारा से काम करने के योग्य हो जाती हैं जब कोई व्यक्ति होता है तो उसके मस्तिष्क में बनने वाले हानिकारक पदार्थ को नष्ट किया जाता है और विश्राम करने से हमारी थकी हुई मांसपेशियां पुनः अपनी स्थिति में आ जाती हैं और दोबारा से काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं इसीलिए नींद को लेना जरूरी होता है
अधिक उम्र का होना
प्रतिरोधक क्षमता पर उम्र का असर भी बहुत ज्यादा पड़ता है जब कोई व्यक्ति जवान होता है तो उसकी प्रतिरोधक क्षमता बहुत ज्यादा होती है लेकिन समय के साथ साथ जैसे-जैसे वह बूढ़ा होने लगता है उसकी प्रतिरोधक क्षमता स्वयं ही कम होने लगती है क्योंकि हमारे सिर में बनने वाली थाइमस ग्रंथि नष्ट हो जाती है जोकि प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान देती हैं हमारे शरीर में थाइमस ग्रंथि t-cell का निर्माण करती है जिसके कारण हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता रोगों से लड़ने में मजबूत होती है लेकिन थाइमस ग्रंथि नष्ट हो जाती है तो शरीर में t-cell साल की संख्या कम हो जाती है जिसके कारण शरीर रोगों से लड़ने में असमर्थ होने लगता है और रोग से जकड़ लेते हैं उम्र बढ़ने के साथ प्रतिरोधक क्षमता कम होना यह प्रकृति का नियम है जो कि संसार के प्रत्येक जीव पर लागू होता है
गलत खान खान
खानपान शरीर को सीधा ही प्रभावित करता है कोई व्यक्ति जितना अच्छा पोस्टिक भोजन करता है उसका शरीर भी उतना ही स्वस्थ और बलवान होता है लेकिन अगर कोई व्यक्ति सही खान-पान ना करके बेकार और घटिया खाना खाता है तो यह भी उसकी सेहत पर साफ नजर आता है जैसे अगर कोई व्यक्ति जंक फूड्स ज्यादा से ज्यादा खाते हैं जोकि बाजार में आपको मिल जाता है और आप ऐसे खाने का ज्यादा प्रयोग करते हैं जिसमें मिनल विटामिन कम होते हैं तो ऐसे भोजन भी प्रतिरोधक क्षमता को नहीं बढ़ाते हैं बल्कि शरीर को नुकसान जरूर पहुंचाते हैं
कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी पावर
अब हम बात करते हैं इम्यूनिटी को बढ़ाने के उपाय क्योंकि अब तक तो हमने इसकी कमी के बारे में बात की है जिनके कारण इम्यूनिटी कम हो जाती है तो अगर आप ध्यान से देखें तो जिन कारणों की वजह से इम्यूनिटी कम होती है उन्हीं पर विचार करें और अपने जीवन में अच्छा खानपान हरी सब्जियां ज्यादा से ज्यादा दूध फल इनका प्रयोग करें और समय पर सोए समय
,समय पर जागे इस तरह का नियम अपनाते हैं तो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
अब तक हमने इम्युनिटी बढ़ाने के कुछ सामान्य नियम पर चर्चा की अब हम इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक च्यवनप्राश की बात करेंगे
बैद्यनाथ केसरी कल्प च्यवनप्राश
केसरी कल्प राॅयल च्यवनप्राश
फायदे
बैद्यनाथ केसरी कल्प च्यवनप्राश एक अद्भभुत और उत्कृष्ट आयुर्वेदिक टॉनिक है
सोने और केसर की अच्छाई के साथ नैचुरली विटामिन और मिनरल से भरपूर
जीवन शक्ति के लिए एंटी-एजिंग टॉनिक; गोल्ड, और सिल्वर शरीर में विटामिन और खनिजों। की पुनर्स्थापना करता है
बैद्यनाथ केसरी कल्प च्यवनप्राश सोने, चांदी, केसर के साथ 44 आवश्यक जड़ी-बूटियों और खनिजों से भरपूर है जो शरीर में ऊर्जा, इम्युनिटी पावर को बनाए रखने में हेल्प करते हैं
झंडू केसरी जीवन च्यवनप्राश
झंडू केसरी जीवन च्यवनप्राश भी कम नहीं है
और इसके ऐड भी देखने को मिल जाते मैं इसमें दावा किया जाता है कि यह गुड वाला च्यवनप्राश है और इसमें चीनी का प्रयोग नहीं किया आया
झंडू केसरी जीवन वस बैद्यनाथ केसरी कल्प च्वयनप्राश में कौन बेस्ट है
अगर देखा जाए तो दोनों च्यवनप्राश अच्छे हैं लेकिन अगर आपको प्राकृतिक चीजें खाना ज्यादा अच्छा लगता है और चीनी से आपको ज्यादा नुकसान होता है तो आप झंडू केसरी जीवन च्यवनप्राश का चुनाव कर सकते हैं यह आपके लिए बेस्ट रहेगा
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